News Continuous Bureau | Mumbai
America: अमेरिका से आए दूल्हे को ब्लैकमेल करने के मामले मुंबई के दिंडोशी सेशन कोर्ट ने फरार आरोपी प्रतीक गायकवाड की जमानत याचिका खारिज की। प्रतीक गायकवाड पर महाराष्ट्र में पिंपरी से सटे मोरवाड़ी निवासी बहन पल्लवी चंद्रकांत गायकवाड के साथ मिलकर अमेरिका से भारत में शादी रचाने आए मिलिंद बोरकर नाम के युवक को ब्लैकमेल करने का आरोप है।
इससे पहले मुंबई के अंधेरी मेट्रोपोलिटन कोर्ट के आदेश पर वर्सोवा पुलिस ने पल्लवी गायकवाड, उसके पिता चंद्रकांत गायकवाड, भाई प्रतीक गायकवाड और संजीव सोनवणे के खिलाफ IPC की धारा 389, 385, 504, 506, 34 के तहत मामला दर्ज किया था। अंधेरी कोर्ट ने जारी किए समन के बावजूद अदालत में पेश न होने के चलते अदालत ने आरोपी के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया। इसी के बाद आरोपी की ओर से सेशन कोर्ट ने अग्रिम जमानत की याचिका दाखिल की। सुनवाई के दौरान बोरकर के वकील संजय शुक्ला ने याचिका का विरोध करते हुए आरोपी प्रतीक और पल्लवी के मोबाइल फोन को पेश करने की मांग की जिससे प्राइवेट डेटा चोरी के आरोप की भी जांच हो सके। आरोप है कि फोन सबमिट करने से फर्जी आरोपों की पोल खुलने के डर से ही प्रतीक अदालत के सामने पेश नहीं हुआ इसीलिए आखिर कार सेशंस कोर्ट ने अग्रिम जमानत याचिका को खारिज किया।
क्या है पूरा मामला ?
मिलिंद बोरकर साल 2007 से अमेरिका में एक नामी कंपनी में काम करने वाले मिलिंद बोरकर साल 2019 में शादी के लिए मुंबई आए। जिसके बाद एक मॅट्रिमोनी साइट पर उनकी मुलाकात पुणे में पिंपरी के मोरवाडी इलाके की रहने वाली पल्लवी गायकवाड़ से हुई जिससे उनकी जून 2019 में सगाई हुई। कोर्ट में जमा किए हुए कागजात के मुताबिक शादी से पहले पल्लवी के फोन में उसकी दूसरे लड़कों के साथ अश्लील तस्वीरें और वीडियो देखी। जिसे देखने के बाद मिलिंद ने पल्लवी से सगाई तोड़ दी. सगाई टूटने से नाराज पल्लवी और उसके घरवालों ने मिलिंद को पल्लवी से 6 महीने के लिए शादी करने और उसके बाद तलाक देने की शर्त या 25 लाख रुपए की मांग की. इसके साथ ही मिलिंद को ऐसा नहीं करने झूठे मामलों में फंसाने और करियर बर्बाद करने की धमकी भी दी।
मामला यहीं नहीं रूका पल्लवी ने इसके बाद मिलिंद के खिलाफ पुणे के पिम्परी में मामला दर्ज कराते हुए उसे बदनाम करने का आरोप लगाया और अमेरिका में मिलिंद के कंपनी के साथ-साथ भारतीय और अमेरिकी इमिग्रेशन को झूठी जानकारी मिलिंद के खिलाफ दर्ज एफआईआर की जानकारी दी, ताकि बदनामी के चलते मिलिंद अमेरिका में किसी और से शादी ना कर सके। लेकिन जांच में सच पता चलने के बाद पिंपरी पुलिस ने मिलिंद के खिलाफ झूठी एफआईआर दर्ज करने वाले दो पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया।
वहीं मिलिंद ने भी मुम्बई के अंधेरी मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट से लेकर अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को सुपीरियर कोर्ट में कानूनी लड़ाई लड़ी और अदालत के सामने लड़की की दूसरे लड़कों के साथ अश्लील फोटो, वीडियो, व्हाट्सएप चैट, कॉल रेकॉर्डिंग जमा कराए। सबूतों को देखने के बाद अंधेरी कोर्ट ने पुलिस को लड़की और उसके परिवार वालों के खिलाफ मामला दर्ज किया। इस मामले में लड़की समेत कुल तीन आरोपी जमानत पर रिहा हैं जबकि सूत्रों के मुताबिक पुलिस को मंगेतर के भाई प्रतीक गायकवाड की अब भी तलाश है।